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Showing posts from June, 2015

समुहगीते डाऊनलोड करा.

ऐ मेरे वतन के लोगो ....................................,............................ ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी जब घायल हुआ हिमालय ख़तरे में पड़ी आज़ादी जब तक थी साँस लड़े वो फिर अपनी लाश बिछा दी संगीन पे धर कर माथा सो गए अमर बलिदानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी जब देश में थी दीवाली वो खेल रहे थे होली जब हम बैठे थे घरों में वो झेल रहे थे गोली क्या लोग थे वो दीवाने क्या लोग थे वो अभिमानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी कोई सिख कोई जाट मराठा कोई गुरखा कोई मदरासी सरहद पर मरनेवाला हर वीर था भारतवासी जो खून गिरा पर्वत पर वो खून था हिंदुस्तानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी थी खून से लथ-पथ काया फिर भी बंदूक उठाके दस-दस को एक ने मारा फिर गिर गए होश गँवा के जब अंत-समय आया तो कह गए के अब मरते हैं खुश रहना देश के

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ऐ मेरे वतन के लोगो ....................................,............................ ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी जब घायल हुआ हिमालय ख़तरे में पड़ी आज़ादी जब तक थी साँस लड़े वो फिर अपनी लाश बिछा दी संगीन पे धर कर माथा सो गए अमर बलिदानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी जब देश में थी दीवाली वो खेल रहे थे होली जब हम बैठे थे घरों में वो झेल रहे थे गोली क्या लोग थे वो दीवाने क्या लोग थे वो अभिमानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी कोई सिख कोई जाट मराठा कोई गुरखा कोई मदरासी सरहद पर मरनेवाला हर वीर था भारतवासी जो खून गिरा पर्वत पर वो खून था हिंदुस्तानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी थी खून से लथ-पथ काया फिर भी बंदूक उठाके दस-दस को एक ने मारा फिर गिर गए होश गँवा के जब अंत-समय आया तो कह गए के अब मरते हैं खुश रहना देश के

शिक्षण महाचर्चा

🌺 महापर्व महाचर्चेचे 🌺 ♦What's app group - शिक्षक मिञमंडळ ♦दि. 24 /06 /2015 वार - बुधवार ♦विषय - विद्यार्थ्यामधे वाचन लेखन कौशल्यांचा विकास कसा घडुन आणावा? यासाठी कोणते नाविन्यपुर्ण उपक्रम राबविता येईल? ♦चर्चा वृतांत : ♦१) विद्यार्थी अप्रगत राहण्याची कारणे कोणती आहेत? 👉 1) विद्यार्थ्याची अनियमितता 2) पालकाचे उदर निर्वाह साठी स्थलातर मुलाला एकटे पणा जाणवतो 👉अर्थिक परिस्थिती, सामाजिक  व परिवारातील अनुभव, भाषेचा अडसर, व्यंगाचे निदान न होणे. 👉 पालक उदासीनता व विद्यार्थी मानसिकता, घरी अभ्यास करत नाही, सततचे आजारीपण व अतिलाड ♦२) अप्रगत मुलांमध्ये वाचन लेखन कौशल्यांचा विकास कसा घडुन आणावा? 👉 प्रथम विद्यार्थी शाळेत टिकून राहण्यासाठी त्याच्या मनातील शाळेची भीती दूर करावी लागेल त्यासाठी शिक्षकाला विद्यार्थ्यांचा मित्र बनावे लागेल जिव्हाळा निर्माण करावा लागेल 👉 जास्तीत जास्त सरावावर भर, शैक्षणिक साहित्याचा वापर वाढविणे गरजेचे 👉 काही मुले शाळेत येतात पण वर्गात न बसता भांवडासोबत दुसऱ्या वर्गात रमतात आपल्याला अशी मुले अगोदर प्रवाहात आणण्यासाठी शक्य तो ई लर्निग तास उपयोगी